राष्ट्र की अभिमान हिंदी
हिंदी
राष्ट्र की अभिमान हिंदी,देश की पहचान हिंदी।
पावनी उद्गार हिंदी, प्रीति का संसार हिंदी।
सोच हिंदी स्वप्न हिंदी,
बोल हिंदी लेख हिंदी।
कल्पना का देश हिंदी,
सादगी का वेष हिंदी।
शब्द से धनवान हिंदी,काव्य में अवदान हिंदी।
राष्ट्र की अभिमान हिंदी,देश की पहचान हिंदी।
गीत में शुभ छंद हिंदी,
भावना व्यवहार हिंदी।
प्रात हिंदी रात हिंदी,
देह में है आत्म हिंदी।
भारती की शान हिंदी, मातु जैसे मान हिंदी।
राष्ट्र की अभिमान हिंदी,देश की पहचान हिंदी।
सभ्यता का द्वार हिंदी,
देश में सब ओर हिंदी।
सिंधु सी है लहर हिंदी,
अमर हिंदी अजर हिंदी।
वेद में सम्मान हिंदी,मंत्र में बलवान हिंदी।
राष्ट्र की अभिमान हिंदी,देश की पहचान हिंदी।
कल्पना में ठाॅंव हिंदी,
प्रेरणा में छाॅंव हिंदी।
ज्ञान का भंडार हिंदी,
शास्त्र का आधार हिंदी।
भक्ति में भी ध्यान हिंदी, समय सम गतिमान हिंदी।
राष्ट्र की अभिमान हिंदी, देश की पहचान हिंदी।
नवनीत कमल
जगदलपुर छत्तीसगढ़