श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
माटी की सोंधी महक (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
टूटी हुई उम्मीद की सदाकत बोल देती है.....
अकेले बन नहीं सकती कभी गीतों की ये लड़ियाँ !
तिश्नगी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
मित्रता दिवस खोजूं सत्य चरित्त
जो सोचूँ मेरा अल्लाह वो ही पूरा कर देता है.......
लोगो को जिंदा रहने के लिए हर पल सोचना पड़ता है जिस दिन सोचने
ना जाने क्यों जो आज तुम मेरे होने से इतना चिढ़ती हो,
- तेरी मोहब्बत ने हमको सेलिब्रेटी बना दिया -
गीत- छिपाता हूँ भुलाता हूँ...