राष्ट्रगौरव हिन्दी
देश का अभिमान हिन्दी, मातृभाषा ज्ञान हिन्दी।
गर्व होता है हमारे, राष्ट्र की पहचान हिन्दी ।।
है सभी की एक आशा, मान्य हो यह राष्ट्रभाषा ।
बोलियाँ हों क्षेत्रव्यापी, किन्तु हिन्दी मुख्य भाषा ।।
शब्द-अक्षर ज्ञान हिन्दी, विश्व को वरदान हिन्दी ।
राष्ट्रव्यापी एकता का, है नया परिधान हिन्दी।।
विश्वरथ हिन्दी बनेगी, उन्नयन में साथ देगी ।
अन्य भाषायी सभी हों, साख हिन्दी से बढ़ेगी ।।
-जगदीश शर्मा सहज