रावण जल जाता
मुक्तक
~~
खुशी मनाती दुनिया सारी,रावण जल जाता हर साल।
किन्तु पुनः जीवित हो उठता, जरा सोचिए है न कमाल।
कुछ लोगों के मन में रहता, शत्रु सनातन का बेखौफ।
धीरे धीरे बढ़ता रहता, जनता हो जाती बेहाल।
~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य
मुक्तक
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खुशी मनाती दुनिया सारी,रावण जल जाता हर साल।
किन्तु पुनः जीवित हो उठता, जरा सोचिए है न कमाल।
कुछ लोगों के मन में रहता, शत्रु सनातन का बेखौफ।
धीरे धीरे बढ़ता रहता, जनता हो जाती बेहाल।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य