रावण कौन!
रावण का अर्थ- जोर से दहाड़ने वाला और दूसरों को रुलाने वाला होता है। यह शब्द संस्कृत का पुल्लिंग शब्द है। हिंदू धर्म की रामायण नाम की एक पौराणिक कथा में इस शब्द का इस्तेमाल मिलता है। रामायण कथा के अनुसार रावण लंका नाम के राज्य का प्रसिद्ध राजा था। बताया गया है कि वह साधारण इंसान के मुकाबले 10 गुना अधिक ताकतवर और 20 गुना अधिक ज्ञानी था। रावण को रामायण कथा के अनुसार राक्षसों का नायक कहा गया है। जिसे इस कथा के राम नाम का पात्र भीषण युद्ध के बाद धनुष तीर से मारता है।
रावण को हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार सारस्वत ब्राह्मण पुलस्त्य ऋषि का पौत्र और विश्रवा का पुत्र माना गया है और शिव का परम भक्त, महापंडित, महा बलशाली भी कहा गया है। हिंदू धर्म के शैव पंथ में रावण को शिव के पांच पार्षदों में से एक माना गया है। शैव पंथ के अनुसार रावण का अपमान शिव का अपमान माना जाता है। इतना ही नहीं बल्कि रावण रक्ष कुल और यक्ष कुल का ही दूसरा प्रतिरूप है। जिस तरह हिंदू पौराणिक कथाओं में जय और विजय को विष्णु का पार्षद माना गया है ठीक उसी तरह बाण, रावण, नंदी, चंड, भृंगी को शिव का पार्षद बताया गया है।
हिंदू धर्म के शारदीय नवरात्र पर्व के दशमी यानि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को रामायण कथा के अनुसार राम पात्र ने रावण पात्र का वध किया था। जिसे आज भी विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पूरे भारतवर्ष में रावण का पुतला बनाकर दहन किया जाता है, जबकि देश के कई भागों में रावण की पूजा की जाती है। जिसमें त्रिंकोमली का कोणेश्वर मंदिर एक है।
– दीपक कोहली