*राम महान थे (गीत)*
राम महान थे (गीत)
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धन्य-धन्य है भारत जिस पर, जन्मे राम महान थे
(1)
चैत्र शुक्ल की नवमी को अवतरित राम सुखदाई
हवन और ऋषियों ने इनके बल से रक्षा पाई
इन्हें राजसिंहासन या वन, दोनों एक समान थे
(2)
आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी को रावण था मारा
सच्चे रामबाण से सोने का मालिक यों हारा
लौटे राम अमावस्या को, कार्तिक के गुणगान थे
(3)
यह थे जिनका राज विश्व में, रामराज्य कहलाया
निर्भय और सुखी शासन था, सबकी निर्मल काया
रामराज्य में सर्वसुलभ शुभ, सबको न्याय-विधान थे
धन्य-धन्य है भारत जिस पर, जन्मे राम महान थे
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451