राम मंदिर
पाँच अगस्त यह शुभ दिन, आया वर्षों बाद ।
भक्त जनों को अब मिला , प्रभु का आशीर्वाद ।।
राम नाम से है नहीं , बड़ा जगत में नाम ।
लेकर राम नाम चलो, होंगे सब शुभ काम ।।
गाँव गाँव हर शहर में, भक्त बैठे हजार ।
देखे दिन रात सपना, मंदिर हो तैयार ।।
जन्में भारत भूमि पर , सबके प्रभु श्री राम ।
यह पुकार है देश की, बने अयोध्या धाम ।।
दीप प्रज्वलित हो रहें, आया शुभ संयोग ।
मंदिर है श्री राम का, खुशी मनाते लोग ।।
मंदिर है श्री राम का, आज रखीं है नींव ।
सारा देश देख रहा, दर्शन यहीं सजीव ।।
—जेपी लववंशी