राम मंदिर निर्माण
नगर का घाट दीपों के, उजाले से नहाया है।
सजी हैं फूल से गलियाँ,खुशी का प्रात आया है।
हुआ ऐलान जब से है, शुरू निर्माण मंदिर का-
जुटी है भीड़ भक्तों की, अयोध्या ने बुलाया है।
नगर का घाट दीपों के, उजाले से नहाया है।
सजी हैं फूल से गलियाँ,खुशी का प्रात आया है।
हुआ ऐलान जब से है, शुरू निर्माण मंदिर का-
जुटी है भीड़ भक्तों की, अयोध्या ने बुलाया है।