राम नाम की लहर
राम नाम की लहर बही राम राज्य आ गया,
राम नाम की लूट मची राम का रंग छा गया।
राम जी निकल रही चहुँओर सवारी,
वाह रे रामजी तेरी लीला बड़ी न्यारी।
राम जी की चिड़िया राम जी का खेत,
चुग लो चिड़िया भर भर पेट…………।
मुँह में राम बगल में छुरी मत रख इन्सान,
राम कहानी अपनी कहना छोड दे इन्सान।
राम जी की माया कही धूप कही छाया,
सदा रहे प्रभु राम का हम सब पर साया।
मेरे राम तेरे राम सबसे बड़ा राम का नाम,
दुविधा में जो रहे उसे माया मिले ना राम।
जिसके राम धनी उसका जीवन खुशहाल,
भक्तों के दिल में बसते मन में ना कोई सवाल ।
अजगर के दाता राम देने वाला दाता राम,
अंधे की आँख राम उडावे भला करेंगे राम।
रोम रोम में ऐसे बसे मेरे पुरुषोत्तम राम,
कर ले सो काम, भज ले तू राम बस राम।
राम भरोसा भारी है जग ने बात मानी है,
मर्यादा समरसता हमने राम से जानी है।।
डा राजमती पोखरना सुराना