राम कहने से तर जाएगा
राम कहने से तर जाएगा
राम का नाम ले, जीवन तेरा संवर जाएगा।
राम राम जय राजा राम।
राम राम जय सीता राम।।
तीनों लोकों के स्वामी श्री राम रघुनाथ
जिसके सिर पर भी रख देते हैं अपने हाथ
वह तो कष्टो से तर जाएगा, और खुशियों से भर जाएगा।
राम कहने से तर जाएगा
राम का नाम ले, जीवन तेरा संवर जाएगा।
राम राम जय राजा राम
राम राम जय सीताराम।।
हे करुणा निधि मेरे राम सीताराम
जिनकी भक्ति हृदय को है देती आराम
भक्ति से निर्मल हो जाएगा भवसागर उतर जाएगा।
राम कहने से तर जाएगा
राम का नाम ले, जीवन तेरा संवर जाएगा।
राम राम जय राजा राम
राम राम जय सीता राम।।
-राम भक्त विष्णु प्रसाद ‘पाँचोटिया’