Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2022 · 1 min read

रामे क बरखा ह रामे क छाता

पटरा पे चदरा बिछाय जालें सुती ।
खाए के नून भात मरचा आ रोटी ।
जिनिगी गरीब के अस होरहा भुजाता ।
त रामे क बरखा ह रामे क छाता ।।

मजूरे क देह मेह मारेला तान के ।
सेतिहा क हइये बा जांगर किसान के ।
पांजर में कांकर फंसाव ना दुखाता ।
त रामे क बरखा ह रामे क छाता ।।

मंडी भइल गोलबंदी बुझाता ।
साहब के लासा लगइहें सुजाता ।
आई बवंडर का करबा बिधाता ।
त रामे क बरखा ह रामे क छाता ।।

अरहर के दाल गेंहू सरसो के दाम हो ।
भागल अकाश भइल मड़ई निलाम हो ।
रावण के राज में का खईबा पराठा ।
त रामे क बरखा ह रामे क छाता ।।

~ धीरेन्द्र पांचाल

Language: Bhojpuri
4 Likes · 1 Comment · 793 Views

You may also like these posts

24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
5) “पूनम का चाँद”
5) “पूनम का चाँद”
Sapna Arora
दुखड़े   छुपाकर  आ  गया।
दुखड़े छुपाकर आ गया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
इसलिए कहता हूं तुम किताब पढ़ो ताकि
इसलिए कहता हूं तुम किताब पढ़ो ताकि
Ranjeet kumar patre
..
..
*प्रणय*
एक धर्म इंसानियत
एक धर्म इंसानियत
लक्ष्मी सिंह
जाड़ा
जाड़ा
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
In Love, Every Pain Dissolves
In Love, Every Pain Dissolves
Dhananjay Kumar
एक ऐसा दृश्य जो दिल को दर्द से भर दे और आंखों को आंसुओं से।
एक ऐसा दृश्य जो दिल को दर्द से भर दे और आंखों को आंसुओं से।
Rekha khichi
*भला कैसा ये दौर है*
*भला कैसा ये दौर है*
sudhir kumar
8US là cổng game đổi thưởng hàng đầu, nổi bật với các trò ch
8US là cổng game đổi thưởng hàng đầu, nổi bật với các trò ch
8usband
"दर्पण बोलता है"
Ekta chitrangini
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*आध्यात्मिक साहित्यिक संस्था काव्यधारा, रामपुर (उत्तर प्रदेश
*आध्यात्मिक साहित्यिक संस्था काव्यधारा, रामपुर (उत्तर प्रदेश
Ravi Prakash
दे दो
दे दो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नेता
नेता
OM PRAKASH MEENA
*🌸बाजार *🌸
*🌸बाजार *🌸
Mahima shukla
*खुद पर थोड़ी दया कर*
*खुद पर थोड़ी दया कर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
और मौन कहीं खो जाता है
और मौन कहीं खो जाता है
Atul "Krishn"
समंदर की बांहों में नदियां अपना वजूद खो,
समंदर की बांहों में नदियां अपना वजूद खो,
पं अंजू पांडेय अश्रु
काश कही ऐसा होता
काश कही ऐसा होता
Swami Ganganiya
कोविड और आपकी नाक
कोविड और आपकी नाक
Dr MusafiR BaithA
एक ही ज़िंदगी में कई बार मरते हैं हम!
एक ही ज़िंदगी में कई बार मरते हैं हम!
Ajit Kumar "Karn"
हमेशा जागते रहना
हमेशा जागते रहना
surenderpal vaidya
*हुस्न से विदाई*
*हुस्न से विदाई*
Dushyant Kumar
काफी ढूंढ रही थी में खुशियों को,
काफी ढूंढ रही थी में खुशियों को,
Kanchan Alok Malu
जीवन का सत्य
जीवन का सत्य
Veneeta Narula
अभिमानी
अभिमानी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
'ਸਾਜਿਸ਼'
'ਸਾਜਿਸ਼'
विनोद सिल्ला
Loading...