राना लिधौरी के बुंदेली दोहे बिषय-खिलकट (झिक्की)
बुंदेली दोहा- खिलकट (झिक्की,आधा पागल)
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खिलकट भी घर में सदा ,#राना ऊदम दैत।
भुन्सारे से शाम लौ , चैन सबइ हर लैत।।
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खिलकटपन का जानिए, होता नँईं इलाज।
#राना इतना जानता,इनका अलग मिजाज।।
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धना कहै’राना’ सुनौ ,खिलकट क्या विकलाँग।
जौ इन पर लिखवाँ रयै,तुम सबसे पंचाँग।।
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✍️ राजीव नामदेव”राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com
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