Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Aug 2020 · 1 min read

राधिका छंद

आज चौदह अगस्त का , दिवस वह काला।
टुकड़े टुकड़े हिन्द को,कभी कर डाला।
पर्व आया आजादी,डूबा उजाला।
सत्ता के लिये ही तो , विघ्न कर डाला।
जल्दबाज़ी भीक्या थी ,तनिक रुक जाते।
खण्डित भारत की जगह , फिर देश पाते।
बंटवारे में शवो के , ढेर रुक जाते ,
काश कि जवाहर जिन्ना ,
स्वार्थ न दिखाते ।

*कलम घिसाई राधिका छंद आधारित

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 490 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
एक अकेला रिश्ता
एक अकेला रिश्ता
विजय कुमार अग्रवाल
3753.💐 *पूर्णिका* 💐
3753.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पसीना पानी देता मुझको,
पसीना पानी देता मुझको,
TAMANNA BILASPURI
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
Johnny Ahmed 'क़ैस'
*ज़िंदगी का सफर*
*ज़िंदगी का सफर*
sudhir kumar
पिता
पिता
Sanjay ' शून्य'
बुझ दिल नसे काटते है ,बहादुर नही ,
बुझ दिल नसे काटते है ,बहादुर नही ,
Neelofar Khan
पूर्णिमा की चाँदनी.....
पूर्णिमा की चाँदनी.....
Awadhesh Kumar Singh
जाकर वहाँ मैं क्या करुँगा
जाकर वहाँ मैं क्या करुँगा
gurudeenverma198
*सत्य  विजय  का पर्व मनाया*
*सत्य विजय का पर्व मनाया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
मेरी हर सोच से आगे कदम तुम्हारे पड़े ।
Phool gufran
भगिनि निवेदिता
भगिनि निवेदिता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
शक्ति
शक्ति
Mamta Rani
छंद घनाक्षरी...
छंद घनाक्षरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
■ कड़ा सवाल ■
■ कड़ा सवाल ■
*प्रणय प्रभात*
Sub- whatever happen happens for good
Sub- whatever happen happens for good
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
शीर्षक - शिव पार्वती
शीर्षक - शिव पार्वती
Neeraj Agarwal
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
रूप से कह दो की देखें दूसरों का घर,
रूप से कह दो की देखें दूसरों का घर,
पूर्वार्थ
गुफ्तगू करना चाहो तो
गुफ्तगू करना चाहो तो
Chitra Bisht
उधार ....
उधार ....
sushil sarna
उन कचोटती यादों का क्या
उन कचोटती यादों का क्या
Atul "Krishn"
"आठवाँ अजूबा "
Dr. Kishan tandon kranti
विजय दशमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
विजय दशमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
Sonam Puneet Dubey
होली की आयी बहार।
होली की आयी बहार।
Anil Mishra Prahari
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
मैं भी डरती हूॅं
मैं भी डरती हूॅं
Mamta Singh Devaa
लोगों को ये चाहे उजाला लगता है
लोगों को ये चाहे उजाला लगता है
Shweta Soni
Loading...