राधा छंद
🦚
( छंद राधा )
०००००००
शारदा माता तुम्हारे द्वार आये हैं ।
भाग्यशाली हैं बड़े जो दर्श पाये हैं ।।
गीत का दो ज्ञान माता भाव हों न्यारे ।
भक्ति की धारा बहे माँ गीत हों प्यारे ।।१
*
छंद राधा में बसी है कृष्ण की धारा ।
यूँ हमें ये छंद लगता जान से प्यारा ।।
नाम राधेश्याम का ले छंद को गायें ।
डूब जायें भक्ति में श्री कृष्ण को पायें ।।२
*
राधे…राधे …!
🌹
महेश जैन ‘ज्योति”,
मथुरा !
***
🌺🌺🌺
(छंद मंजूषा से)