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22 Dec 2020 · 1 min read

राधाकृष्ण

राधे कृष्ण प्रेम से , होता जीवन पार
डूबे भगवद भक्ति में , पाता जीवन सार

राधे कृष्ण एक है , नहीं दोउ में भेद
मिले भक्त को भक्ति से , रहें नही तब खेद

गोपी डूबी प्रेम में , तन मन देती वार
ऐसी अनुपम रीति है , दिल को जाती हार

चोरी करते कान्हा , गोपन कपड़े रोज
हाथ जोड़ने लगी सब , रहे साथ में फौज

चखे प्रेम रस प्रभो का , मिले प्रभो का धाम
प्रभो चरण में वास हो , छोड़ सदा को चाम

Language: Hindi
72 Likes · 1 Comment · 348 Views
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