रात-दिन जो लगा रहता
रात-दिन जो लगा रहता
जोड़ता है चार- पाई
वृद्ध होकर अंत में फिर
पकड़ लेता चारपाई
छोड़कर जाना पड़ेगा
जोड़ी हैं जो पाई पाई
मुफ्त में बंटती है सबमें
ऐश करते आई भाई
रात-दिन जो लगा रहता
जोड़ता है चार- पाई
वृद्ध होकर अंत में फिर
पकड़ लेता चारपाई
छोड़कर जाना पड़ेगा
जोड़ी हैं जो पाई पाई
मुफ्त में बंटती है सबमें
ऐश करते आई भाई