रात का आलम किसने देखा
रात का आलम किसने देखा
भोर की सबको आशा है
रस्तो से किसको मतलब है
बस मंजिल की अभिलाषा है
बिना श्रम के कर्म भूमि पर
दिखती अजब निराशा है
सागर में भी रहकर के
मानव क्यो ये प्यासा है
✍️𝐃𝐞𝐞𝐩𝐚𝐤 𝐬𝐚𝐫𝐚𝐥☑️⬆️
रात का आलम किसने देखा
भोर की सबको आशा है
रस्तो से किसको मतलब है
बस मंजिल की अभिलाषा है
बिना श्रम के कर्म भूमि पर
दिखती अजब निराशा है
सागर में भी रहकर के
मानव क्यो ये प्यासा है
✍️𝐃𝐞𝐞𝐩𝐚𝐤 𝐬𝐚𝐫𝐚𝐥☑️⬆️