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7 Nov 2022 · 1 min read

राजनीति हलचल

राजनीति की बढ़ रही,संप्रति हलचल खूब ।
उबरेंगे रँगरेज कुछ ,कुछ जाएँगे डूब ।।1

पीट रहे डंका सभी ,होगी अबकी जीत ।
स्वर्ग उतारेंगे धरा ,गाएँगे मिल गीत ।।2

बाबू भैया लोग लो ,हमको अब पहचान ।
खूब करें सेवा हमीं, हमी नगर की शान ।।3

दर्द हरेंगे हम सदा, हमें बता दो काम ।
पानी बिजली मुफ्त में , राशन घर गोदाम ।।4

वृद्धा पेंशन योजना ,शिक्षा लो मत नाम ।
बिगड़ रही पीढ़ी बहुत ,कभी न करती काम ।।5

कर्म योजना से जुड़े ,करें सभी मिल काम ।
सड़कों के चौड़ीकरण ,जुड़ सबका हो नाम ।।6

अधर लटक शिक्षा रही ,शिक्षित हैं बेकार ।
नहीं पूर्ति इनकी कहीं ,प्राण गए ये हार ।।7

बड़ी-बड़ी है योजना ,सभी हुईं बीमार ।
रोजगार के नाम पर , वोटों का व्यापार ।।8

डा. सुनीता सिंह ‘सुधा’
7/11/2022
वाराणसी ,©®

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 427 Views

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