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14 Aug 2021 · 1 min read

राग छिड़े

बागों में शोर है, क्या कहते हैं मोर
घन छाये घनघोर ये, राग छिडे चहुँ ओर

जल बारिश का पान अब, प्यास बुझा पुर-जोर
शीतल- शीतल बूंद से, हवा रही झकझोर
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा

Language: Hindi
1 Like · 510 Views
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