राखी
मै कैसे आऊँ बाहर यहाँ हर कोई इश्क़ में जाया दिखता हैं!
कही खोये इस जहाँ में ये राखी बिन हाथों नजऱ आती हैं!
वज़ह पूछी उनसे तो कह दिया की इतिहास बयां करेंगा!
ऐ ख़ुदा, वक्त के पहले यहाँ कही इतिहास लिखाया करते हैं!!
-सीरवी प्रकाश पंवार
मै कैसे आऊँ बाहर यहाँ हर कोई इश्क़ में जाया दिखता हैं!
कही खोये इस जहाँ में ये राखी बिन हाथों नजऱ आती हैं!
वज़ह पूछी उनसे तो कह दिया की इतिहास बयां करेंगा!
ऐ ख़ुदा, वक्त के पहले यहाँ कही इतिहास लिखाया करते हैं!!
-सीरवी प्रकाश पंवार