Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Aug 2024 · 1 min read

राखी

1222 1222 1222 1222
समर्पण त्याग का बंधन अमर पहचान है राखी,
बहन के स्नेह से सिंचित अभय वरदान है राखी।
कलाई की कहानी का मधुर मन की निशानी का
हृदय के भाव से सुरभित अमिट अभिमान है राखी।

वन्दना नामदेव
वन्दनीयम्

Language: Hindi
22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राम का राज्याभिषेक
राम का राज्याभिषेक
Paras Nath Jha
पुष्पदल
पुष्पदल
sushil sarna
योग्य शिक्षक
योग्य शिक्षक
Dr fauzia Naseem shad
* निर्माता तुम राष्ट्र के, शिक्षक तुम्हें प्रणाम*【कुंडलिय
* निर्माता तुम राष्ट्र के, शिक्षक तुम्हें प्रणाम*【कुंडलिय
Ravi Prakash
"सम्मान व संस्कार व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी अस्तित्व में र
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
" निशान "
Dr. Kishan tandon kranti
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
अध्यापक दिवस
अध्यापक दिवस
SATPAL CHAUHAN
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
Piyush Goel
दिल पहले शीशा था,अब पत्थर बना लिया।
दिल पहले शीशा था,अब पत्थर बना लिया।
Priya princess panwar
" मैं तो लिखता जाऊँगा "
DrLakshman Jha Parimal
सब बिकाऊ है
सब बिकाऊ है
Dr Mukesh 'Aseemit'
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
सत्य कुमार प्रेमी
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खुशबू चमन की।
खुशबू चमन की।
Taj Mohammad
....एक झलक....
....एक झलक....
Naushaba Suriya
जन्नत
जन्नत
जय लगन कुमार हैप्पी
दुआ सलाम
दुआ सलाम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
शीर्षक :मैंने हर मंज़र देखा है
शीर्षक :मैंने हर मंज़र देखा है
Harminder Kaur
इक ऐसे शख़्स को
इक ऐसे शख़्स को
हिमांशु Kulshrestha
दर्द की धुन
दर्द की धुन
Sangeeta Beniwal
2487.पूर्णिका
2487.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हकीकत को समझो।
हकीकत को समझो।
पूर्वार्थ
आई होली आई होली
आई होली आई होली
VINOD CHAUHAN
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
लुटा दी सब दौलत, पर मुस्कान बाकी है,
लुटा दी सब दौलत, पर मुस्कान बाकी है,
Rajesh Kumar Arjun
* चान्दनी में मन *
* चान्दनी में मन *
surenderpal vaidya
सांस
सांस
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
कृष्णकांत गुर्जर
मुझे अब भी घर लौटने की चाहत नहीं है साकी,
मुझे अब भी घर लौटने की चाहत नहीं है साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...