राखी
राखी
प्रीत के रंगीन धागों का प्यारा सा बंधन,
स्नेह सिक्त मन रिश्तों का न्यारा सा बंधन।
सावन की रिमझिम फुहार सुहाना मौसम,
रोली,मिठाई, नारियल का अटूट बंधन।
विश्वास की डोर से सजती भाई की कलाई,
बहन की रक्षा वचन निभाने वाला बंधन ।
मन में उत्साह अपार खुशियाँ भरता ये दिन,
माथे पर टीका लगा उपहार का नव-बंधन।
स्नेह, प्रेम के सुरीले गीतों का सुन्दर त्यौहार,
उत्सवों की धरा अपनेपन का उत्सव रक्षाबंधन।
नहीं मांगती बहना भाई से कीमती उपहार,
प्रीत रहे अटूट आस विश्वास का रहे बंधन। ।
डा राजमती पोखरना सुराना