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सिद्धार्थ गोरखपुरी
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24 Jun 2022 · 1 min read
रह गया हूँ
दर्द अपना खुद समझ के रह गया हूँ
ऐ जिन्दगी मैं तुझमे उलझ कर रह गया हूँ
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
Language:
Hindi
Tag:
शेर
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