अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
आज हम ऐसे मोड़ पे खड़े हैं...
मैं इश्क़ की बातें ना भी करूं फ़िर भी वो इश्क़ ही समझती है
*वो नीला सितारा* ( 14 of 25 )
दिल चाहता है अब वो लम्हें बुलाऐ जाऐं,
दुख में दुश्मन सहानुभूति जताने अथवा दोस्त होने का स्वांग भी
बस कुछ दिन और फिर हैप्पी न्यू ईयर और सेम टू यू का ऐसा तांडव
*जूते चोरी होने का दुख (हास्य व्यंग्य)*
प्रकृति - विकास (कविता) 11.06 .19 kaweeshwar
मेरे जज़्बात कुछ अलग हैं,
कभी कभी किसी व्यक्ति(( इंसान))से इतना लगाव हो जाता है
At the age of 18, 19, 20, 21+ you will start to realize that
सर्दी के हैं ये कुछ महीने
तेरी आंखों की बेदर्दी यूं मंजूर नहीं..!
23/174.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*