रज़ा
तेरी दुनिया में ऐ खुदा जिंदगी एक सज़ा है .
हर गाम पर दुश्वारियां ,जीने का क्या मज़ा है .
आँखें है अश्कों का दरिया ,औ रूह है घायल ,
जी लेंगे हम यूँ ही ,गर तेरी यही रज़ा है..
तेरी दुनिया में ऐ खुदा जिंदगी एक सज़ा है .
हर गाम पर दुश्वारियां ,जीने का क्या मज़ा है .
आँखें है अश्कों का दरिया ,औ रूह है घायल ,
जी लेंगे हम यूँ ही ,गर तेरी यही रज़ा है..