“रचना मुर्गी के अंडे की तरह सेने से तैयार नहीं होती। यह अंतर
“रचना मुर्गी के अंडे की तरह सेने से तैयार नहीं होती। यह अंतर से बांस की तरह फूटती है। अकस्मात।।”
😊प्रणय प्रभात😊
“रचना मुर्गी के अंडे की तरह सेने से तैयार नहीं होती। यह अंतर से बांस की तरह फूटती है। अकस्मात।।”
😊प्रणय प्रभात😊