Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Aug 2023 · 1 min read

रक्षा बंधन

रेशम का रक्षासूत्र उनकी कलाई में,
जो निकल आये हैं घरों से
हाथों में लेकर छिड़काव मसीन
हमारें गली मुहल्ला सड़क पर
साफ सफाई के लिए
ताकि हम रह सकें
हर तरह की वायरल जनित वायरस से सुरक्षित,

उनके लिए ,जो
अपना परिवार छोड़कर
आ गए है हमलोगों के परिवार को बचाने
सफ़ेद लिबासों में क़ैद होकर
एम्बुलेंस हॉस्पिटल और हमारें दिलो में

उनके लिए,जो अपनें बच्चें की फ़िकर छोड़कर
हम सब के लिए खड़े हैं
धूप बरसात आंधी तूफान में
खुले आसमान के नीचें
मुस्कुरातें हँसते हुए
अपनी ड्यूटी निभातें
ख़ाकी वर्दी में बिना डरे सहमे,

इनके कलाई में हम
रेशम का रक्षासूत्र बाँधें
और प्रार्थना करें,’की ईश्वर हर
बुरी बला से इन्हें महफूज़ रखें,
ताकि ये हमारी हिफाज़त करते रहे
विपत्तियों में भेदभाव रहित ऐसे ही हमेसा” ।।
©बिमल तिवारी “आत्मबोध”
देवरिया उत्तर प्रदेश

312 Views

You may also like these posts

सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
*सुकृति (बाल कविता)*
*सुकृति (बाल कविता)*
Ravi Prakash
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत  का खौफ।
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत का खौफ।
Ashwini sharma
उफ़ ये कैसा असर दिल पे सरकार का
उफ़ ये कैसा असर दिल पे सरकार का
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
ग़ज़ल __गुलज़ार देश अपना, त्योहार का मज़ा भी ,
ग़ज़ल __गुलज़ार देश अपना, त्योहार का मज़ा भी ,
Neelofar Khan
बुरा किसी को नहीं समझना
बुरा किसी को नहीं समझना
Rambali Mishra
बिरवा कहिसि
बिरवा कहिसि
डॉ.सतगुरु प्रेमी
ठिकाने  सभी अब  बताने लगेंगे।
ठिकाने सभी अब बताने लगेंगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
उदासी की यही कहानी
उदासी की यही कहानी
Suryakant Dwivedi
स्त्री एक रूप अनेक हैँ
स्त्री एक रूप अनेक हैँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चराग़ों की सभी ताक़त अँधेरा जानता है
चराग़ों की सभी ताक़त अँधेरा जानता है
अंसार एटवी
■ निकला नतीजा। फिर न कोई चाचा, न कोई भतीजा।
■ निकला नतीजा। फिर न कोई चाचा, न कोई भतीजा।
*प्रणय*
दोहे - डी के निवातिया
दोहे - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
"मानो या ना मानो"
Dr. Kishan tandon kranti
बात ही कुछ और है
बात ही कुछ और है
manorath maharaj
पाती प्रभु को
पाती प्रभु को
Saraswati Bajpai
3826.💐 *पूर्णिका* 💐
3826.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
My Interpretation of Religion
My Interpretation of Religion
Deep Shikha
मौत का भय ✍️...
मौत का भय ✍️...
Shubham Pandey (S P)
दिल लगाया भी कहीं तो हुआ क्या
दिल लगाया भी कहीं तो हुआ क्या
Jyoti Roshni
चलो इश्क़ जो हो गया है मुझे,
चलो इश्क़ जो हो गया है मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ख़ून इंसानियत का
ख़ून इंसानियत का
Dr fauzia Naseem shad
पिछले पन्ने 5
पिछले पन्ने 5
Paras Nath Jha
झुमका
झुमका
अंकित आजाद गुप्ता
हर एक हृदय से
हर एक हृदय से
Shweta Soni
मनुष्य की महत्ता...
मनुष्य की महत्ता...
ओंकार मिश्र
मन राम हो जाना ( 2 of 25 )
मन राम हो जाना ( 2 of 25 )
Kshma Urmila
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
The_dk_poetry
आज खुश हे तु इतना, तेरी खुशियों में
आज खुश हे तु इतना, तेरी खुशियों में
Swami Ganganiya
#कुछ खामियां
#कुछ खामियां
Amulyaa Ratan
Loading...