रक्षा बंधन पर्व
“त्यौंहार प्रेम का ,
स्नेह का ,
परवाह का ,
आत्मिकता का l
रिश्ता धागे से जुड़ा ,
जज्बातों से जुड़ा ,
जीवन से जुड़ा ,
भाई बहन के रिश्ते से जुड़ा l
संस्कार , संस्कृति ,
दुलार और प्यार ,
सावन की फुहार ,
जग में सुन्दर ,
ऐसा रक्षा बंधन का त्यौहार l
प्रेम का धागा सूत्र ,
सजता कलाई पर ,
प्रेम सौहार्द का स्वर,
गूंजता हर डगर l
रखना राखी का मान ,
मिले बहन को सम्मान,
मिले जग में नाम ,
बहना तुझे प्रणाम l”
“नीरज कुमार सोनी”
“जय श्री महाकाल”🕉️