Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

रक्षा दल

गौ रक्षा के नाम पर,
कुछ तत्व लगे हैं काम पर।

कैसे हैं ये गौ रक्षक,
बने हुए जो नर भक्षक।

हो गया व्यापक यह रोग है,
शायद राजपक्ष का सहयोग है।

गौ रक्षा की ओट में,
लगे हैं लूट खसोट में।

रक्षा पशु या जनधन की,
ड्यूटी है बस शासन की।

क़ानून के परचम तले,
पशु पर मानव को तरजीह मिले।

मानव रक्षक दल बने,
राक्षसी प्रवृति का हल बने।

राक्षसों का सही इलाज हो,
बस क़ानून का ही राज हो।

हर जन की है चाह यही,
मानवता की राह यही।

59 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Khajan Singh Nain
View all
You may also like:
सुहागन का शव
सुहागन का शव
अनिल "आदर्श"
*जिस पर प्रभु की अति कृपा हुई, माया उसकी हर लेते हैं (राधेश्
*जिस पर प्रभु की अति कृपा हुई, माया उसकी हर लेते हैं (राधेश्
Ravi Prakash
करार दे
करार दे
SHAMA PARVEEN
17रिश्तें
17रिश्तें
Dr .Shweta sood 'Madhu'
यही मेरे दिल में ख्याल चल रहा है तुम मुझसे ख़फ़ा हो या मैं खुद
यही मेरे दिल में ख्याल चल रहा है तुम मुझसे ख़फ़ा हो या मैं खुद
Ravi Betulwala
कितने लोग मिले थे, कितने बिछड़ गए ,
कितने लोग मिले थे, कितने बिछड़ गए ,
Neelofar Khan
टूटी बटन
टूटी बटन
Awadhesh Singh
हो सके तो मुझे भूल जाओ
हो सके तो मुझे भूल जाओ
Shekhar Chandra Mitra
सूरज का ताप
सूरज का ताप
Namita Gupta
बचपन
बचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
" यह सावन की रीत "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
तुमको एहसास क्यों नहीं होता ,
तुमको एहसास क्यों नहीं होता ,
Dr fauzia Naseem shad
"मैं नारी हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
4037.💐 *पूर्णिका* 💐
4037.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
रुतबा
रुतबा
अखिलेश 'अखिल'
জয় হনুমান জয় হনুমান
জয় হনুমান জয় হনুমান
Arghyadeep Chakraborty
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश- 6🍁🍁
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश- 6🍁🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कोई भी मोटिवेशनल गुरू
कोई भी मोटिवेशनल गुरू
ruby kumari
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
कितने अच्छे भाव है ना, करूणा, दया, समर्पण और साथ देना। पर जब
कितने अच्छे भाव है ना, करूणा, दया, समर्पण और साथ देना। पर जब
पूर्वार्थ
जो मेरा है... वो मेरा है
जो मेरा है... वो मेरा है
Sonam Puneet Dubey
पानी में हीं चाँद बुला
पानी में हीं चाँद बुला
Shweta Soni
शब की रातों में जब चाँद पर तारे हो जाते हैं,
शब की रातों में जब चाँद पर तारे हो जाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नवरात्रि-गीत /
नवरात्रि-गीत /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
बड़ी मुश्किल है ये ज़िंदगी
Vandna Thakur
बातें कितनी प्यारी प्यारी...
बातें कितनी प्यारी प्यारी...
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
विजय - पर्व संकल्प
विजय - पर्व संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
शीर्षक: ख्याल
शीर्षक: ख्याल
Harminder Kaur
आँखों की गहराइयों में बसी वो ज्योत,
आँखों की गहराइयों में बसी वो ज्योत,
Sahil Ahmad
हे कलम तुम कवि के मन का विचार लिखो।
हे कलम तुम कवि के मन का विचार लिखो।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...