रक्षाबंधन
रेशम के कच्चे धागों में, बसा बहन का प्यार
सबसे सच्चा सबसे प्यारा, राखी का त्यौहार
रिमझिम रिमझिम जब बर्षा हो , आता बचपन याद
सोच -सोच कर बात पुरानी, मन में हो आह्लाद
जीवन में लेकर आता है, सावन मस्त बहार
सबसे सच्चा सबसे प्यारा,राखी का त्यौहार
नजर उतारा करती बहना, ले पूजा का थाल
बाँध कलाई पर राखी को, तिलक लगाती भाल
भाई भी रहता बहना की, रक्षा को तैयार
सबसे सच्चा सबसे प्यारा,राखी का त्यौहार
इस दिन रहती है भैया की,हर बहना को आस
आएगा उसका भैया भी, होता है विश्वास
भैया के आगे लगता है, छोटा हर उपहार
सबसे सच्चा सबसे प्यारा,राखी का त्यौहार
अगर नहीं आ पाता भैया, होती बहन उदास
दूर- दूर रहकर भी रहता, मन भैया के पास
भेज डाक से फिर राखी को, करती है व्यवहार
सबसे सच्चा सबसे प्यारा,राखी का त्यौहार
03-08-2023
डॉ अर्चना गुप्ता