Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Oct 2022 · 1 min read

*रक्त बहा बलिदानों से (आजादी गीत )*

रक्त बहा बलिदानों से (आजादी गीत )
________________________________
मिली देश को आजादी थी, रक्त बहा बलिदानों से
(1)
फाँसी के फंदों को देखो, इन पर लिखी कहानी है
जो शहीद हो गए देश पर, उनकी धन्य जवानी है
देश हुआ आजाद भगत सिंह के फेंके हथगोलों से
भारत माता की जय कहती, पिस्तौलों के बोलों से
गोली सीने पर खाने वाले अनगिनत जवानों से
(2)
यह सुभाष से मिली हिंद को आजादी थी आई
जिसने खून माँग कर, आजादी की अलख जगाई
यह आजाद हिंद की सेना दुश्मन से टकराई
महिलाओं ने सौंपी स्त्रीधन की पूर्ण कमाई
दे उतार कर दिए स्वर्ण-आभूषण कुंडल कानों से
(3)
जब सावरकर ने कोल्हू को बनकर बैल चलाया
जेल सेल्युलर में अनगिन का यौवन गया गलाया
वीर चंद्रशेखर ने खुद को माँ की भेंट चढ़ाया
राजगुरू सुखदेव युवा को फंदा फाँसी भाया
वंदन जिनको प्यार हुआ था, चिता और शमशानों से
(4)
यह था वीर – प्रवाह शिवाजी ने राणा ने पाया
नहीं शीश अकबर-औरँगजेबों को कभी झुकाया
यह थी शीश कटाने वाली शीशगंज की गाथा
लक्ष्मीबाई के रण – कौशल से यह ऊँचा माथा
बाहर आईं शौर्य दिखाती, तलवारें जब म्यानों से
मिली देश को आजादी थी, रक्त बहा बलिदानों से
■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 999761 5451

340 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
summer as festival*
summer as festival*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
संस्कार और अहंकार में बस इतना फर्क है कि एक झुक जाता है दूसर
Rj Anand Prajapati
उफ्फ्फ
उफ्फ्फ
Atul "Krishn"
बालबीर भारत का
बालबीर भारत का
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सावन
सावन
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*छंद--भुजंग प्रयात
*छंद--भुजंग प्रयात
Poonam gupta
A Hopeless Romantic
A Hopeless Romantic
Vedha Singh
गुरु को नमन
गुरु को नमन
पूर्वार्थ
😢संशोधित कथन😢
😢संशोधित कथन😢
*प्रणय*
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*
*"माँ महागौरी"*
Shashi kala vyas
ख्वाब में देखा जब से
ख्वाब में देखा जब से
Surinder blackpen
धर्म निरपेक्षी गिद्ध
धर्म निरपेक्षी गिद्ध
AJAY AMITABH SUMAN
रंगीला बचपन
रंगीला बचपन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*वीणा के स्वर मन में गूॅंजें, जीवन में सुर लय ताल रहे (राधेश
*वीणा के स्वर मन में गूॅंजें, जीवन में सुर लय ताल रहे (राधेश
Ravi Prakash
गीत
गीत
जगदीश शर्मा सहज
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"कौवे की बोली"
Dr. Kishan tandon kranti
बेपरवाह
बेपरवाह
Omee Bhargava
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
जाने कैसी इसकी फ़ितरत है
जाने कैसी इसकी फ़ितरत है
Shweta Soni
* सिला प्यार का *
* सिला प्यार का *
surenderpal vaidya
3103.*पूर्णिका*
3103.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कोई बात नहीं, कोई शिकवा नहीं
कोई बात नहीं, कोई शिकवा नहीं
gurudeenverma198
महफिल में तनहा जले,
महफिल में तनहा जले,
sushil sarna
ताल-तलैया रिक्त हैं, जलद हीन आसमान,
ताल-तलैया रिक्त हैं, जलद हीन आसमान,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अफ़सोस
अफ़सोस
Dipak Kumar "Girja"
"मेरे नाम की जय-जयकार करने से अच्‍छा है,
शेखर सिंह
समस्या विकट नहीं है लेकिन
समस्या विकट नहीं है लेकिन
Sonam Puneet Dubey
Welcome to HBNO, your go-to destination for the finest essen
Welcome to HBNO, your go-to destination for the finest essen
HBNO OIL
Loading...