रक्तदान
शीर्षक – रक्तदान
आओ आज हम रक्तदान करते हैं।
जीवन का हम सार समझते हैं।
न अपना न पराया बस मानवता है।
हम सभी के रक्त इंसानियत के रंग है।
रक्तदान में हमें न कभी घबराना है।
एक दूसरे का हमें जीवन बचाना है।
न सोचो कि अपना और पराया वो है।
दिल और मन में बस समर्पण का है।
आओ आज हम सभी रक्तदान करते हैं।
बस कुछ घंटों में जो रक्त दिया वो वापस बन जाता हैं।
रक्तदान शिविर का सहयोग हमें कब रचना है।
आओ देश में मुहिम हमें जगानी हैं।
रक्तदान से रक्तदाता हमें बनना हैं।
आज देश में एक दूसरे को बचाना हैं।
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र.