रकीब
दीदार ए हुस्न हमको भी करा दीजिए,
रुख से जरा नका़ब हटा दीजिए ।
थोडा़ रहम मुझ गरीब पर भी कीजिए
महबूब न सही रकी़ब ही बना लीजिए,
डां अखिलेश बघेल
दतिया (म.प्र.)
दीदार ए हुस्न हमको भी करा दीजिए,
रुख से जरा नका़ब हटा दीजिए ।
थोडा़ रहम मुझ गरीब पर भी कीजिए
महबूब न सही रकी़ब ही बना लीजिए,
डां अखिलेश बघेल
दतिया (म.प्र.)