रंज़ -ऐ- दिल…!!
मैं उन लोगो में नहीं मिलूँगा तुम्हें,
जिन लोगो में तुम मुझे गिना करते हो …!!
किसी मुकाम को पाना होता आसान अगर,
मंजिले ना होती, ना होता कोई सफर…!!
उल्फत ऐसी हुई कि… बात शुरू भी ना हुई,
और किस्सा ख़त्म हो गया,
नज़रे मिली ना कभी जिनसे
उनकी नज़रों में चुभता रह गया..!!
अपने शहर में मैंने तुझसे जलाना सीखा हैं,
ज़माने भर के गमों में तुझसे मुस्कुराना सीखा हैं…!!
❤Love Ravi❤