जिंदगी सीरीज एक जब तक है जां
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
बड़ी देर तक मुझे देखता है वो,
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
घनाक्षरी छंदों के नाम , विधान ,सउदाहरण
लड़कियां गोरी हो, काली हो, चाहे साँवली हो,
*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
भोर सुहानी हो गई, खिले जा रहे फूल।
न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते।
जा रहे हो तुम अपने धाम गणपति
एक ताज़ा कलाम _ नज़्म _ आएगा जो आएगा....
पाला जाता घरों में, वफादार है श्वान।
कितने अच्छे भाव है ना, करूणा, दया, समर्पण और साथ देना। पर जब