रंग मंच है विश्व यह
लगी श्रेष्ठ की होड़ है, बदलें रूप हजार!
रंग मंच है विश्व यह ,पात्र सभी लाचार !!
पढ लेते हैं सब मुझे, …फिर देते हैं डार !
हुआ मित्र अखबार सा,मेरा भी किरदार !!
रमेश शर्मा
लगी श्रेष्ठ की होड़ है, बदलें रूप हजार!
रंग मंच है विश्व यह ,पात्र सभी लाचार !!
पढ लेते हैं सब मुझे, …फिर देते हैं डार !
हुआ मित्र अखबार सा,मेरा भी किरदार !!
रमेश शर्मा