रंगमंचक कलाकार सब दिन बनल छी, मुदा कखनो दर्शक बनबाक चेष्टा क
रंगमंचक कलाकार सब दिन बनल छी, मुदा कखनो दर्शक बनबाक चेष्टा करू ! आनक परिचर्चा आहूँ त सुनू ! ओना लोक कहत ” बाहिरा नाचे अपने तालें”!
@ परिमल
रंगमंचक कलाकार सब दिन बनल छी, मुदा कखनो दर्शक बनबाक चेष्टा करू ! आनक परिचर्चा आहूँ त सुनू ! ओना लोक कहत ” बाहिरा नाचे अपने तालें”!
@ परिमल