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3 Jun 2023 · 1 min read

“रंगत”

गहरे साँवले रंग की लड़की
वयस्क होने तक
डूब चुकी होती है,
रंग के गहरेपन मे।
बचपन से रंगभेदी टिप्पणियों को,
सहते-झेलते
वह खूब जान चुकी होती है
कि,
सारे रंग नहीं बने उसके लिये
और सारे रंगों के लिए वह।
गुणी,सुशील होने के बावजूद भी
अक्सर नकार दी जाती है वह,
साँवले रंग के कारण।
उसका यह गहरापन
गहरे तक सकुचाया रखता है उसे
पति के सम्मुख।
उसे हमेशा ही चुनने पड़ते हैं रंग,
बदन की रंगत के मुताबिक़
जिनसे छुप सके
उसके शरीर का गहरापन
हाँ,
इस गहरे दबाव को झेलते हुए,
कभीकभी इस गीत को सुनकर
मुस्कुरा लेती है वह….
“कहीं एक नाजुक सी भोली सी लड़की
बहुत ख़ूबसूरत मगर साँवली सी”…..
©निकीपुष्कर

1 Like · 2 Comments · 288 Views
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