मतदान पर दोहे( दमदार)
रँगा चुनावी रंग में, नया नया ये साल
नेता जी भी अब नये , बिछा रहे हैं जाल
बिछाएंगे भी दाना ,न झांसे में सब आना ,
चोट हजारी दे गया , बीत गया जो साल
लूट तिजोरी ले गया, जो थी माला माल
कमाई थी जो काली , प्यार से सभी निकाली
जागो भारत वासियों, सुनो लगाकर कान
करना है हर हाल में, हम सबको मतदान
समझ लो जिम्मेदारी , बड़ी अब यही हमारी
डॉ अर्चना गुप्ता