यौवन रुत में नैन जब, करें वार पर वार ।
यौवन रुत में नैन जब, करें वार पर वार ।
पलक पटों में लाज का, शरमाता शृंगार ।
मौन चरम के मध्य फिर, हुई अनोखी बात –
इंकारों की रार में, जीत गए स्वीकार ।
सुशील सरना/
यौवन रुत में नैन जब, करें वार पर वार ।
पलक पटों में लाज का, शरमाता शृंगार ।
मौन चरम के मध्य फिर, हुई अनोखी बात –
इंकारों की रार में, जीत गए स्वीकार ।
सुशील सरना/