योग दिवस
योग दिवस (धनुष आकार पिरामिड)
हो
योग
सदैव
सुखी तन
स्वस्थ,मन की
प्रतिभा निखरे
बुद्धि बल चहके
गमके घर द्वार
हृदय मँहके
प्रफुल्ल होत
अंग अंग
योग की
प्रभा
है।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।
योग दिवस (धनुष आकार पिरामिड)
हो
योग
सदैव
सुखी तन
स्वस्थ,मन की
प्रतिभा निखरे
बुद्धि बल चहके
गमके घर द्वार
हृदय मँहके
प्रफुल्ल होत
अंग अंग
योग की
प्रभा
है।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।