योग दिवस
“योग दिवस” की हार्दिक शुभकामनाएं……
गीत- योग को सब अपनाओ धरती वासियो….
तर्ज़- तूने मुझे बुलाया शेरा वालिये……
योग को सब अपनाओ, धरती वासियो,
तुम आरोग्य को पाओ, धरती वासियो।
ओ धरती वासियो, ओ पृथ्वीवासियो,
जगत् के वासियो….
योग दिवस को मनाओ, धरती वासियो।
मुनि पतंजलि का है दर्शन,
करता है सबका अघमर्षण,
जीवन बदले आठ अंग से,
भर जाए खुशियों के रंग से,
खुद भी करो व कराओ, धरती वासियो।। 1 ।।
योग को सब अपनाओ, धरती वासियो।
ओ धरती वासियो……
यम-नियमों की पावन धारा,
करती मैल दूर है सारा,
भक्ति-भाव से आसन धारो,
ओम बोल ईश्वर को पुकारो।
गायत्री सब गाओ, धरती वासियो।। 2 ।।
योग को सब अपनाओ, धरती वासियो।
ओ धरती वासियो…..
मिलकर प्राणायाम करो सब,
सुबह करो और शाम करो सब,
प्रत्याहार की भट्टी द्वारा,
मन के अन्दर हो उजियारा।
तुम धारणा बनाओ, धरती वासियो।। 3 ।।
योग को सब अपनाओ, धरती वासियो।
ओ धरती वासियो…….
ध्यान लगा कर के ईश्वर का,
जगत् नियन्ता परमेश्वर का,
लगा समाधि उसको ध्याओ,
अपने प्यारे प्रभु को पाओ।
सीधे मोक्ष को जाओ, धरती वासियो।। 4 ।।
योग को सब अपनाओ, धरती वासियो।
ओ धरती वासियो…..
विषयों से जीवन को हटाकर,
ईश्वर के चिन्तन में लगाकर,
तप-संयम की पावन गंगा,
रखती है तन-मन को चंगा,
जीवन को महकाओ, धरती वासियो।। 5 ।।
योग को सब अपनाओ, धरती वासियो।
ओ धरती वासियो…….
राग-द्वेष से दूर रहो सब,
आनंद से भरपूर रहो सब,
जो अपनाये सत्य अहिंसा,
उसकी हरदम होवे प्रशंसा,
धैर्यवान बन जाओ, धरतीवासियो।
योग को सब अपनाओ, धरतीवासियो।। 6 ।।
ओ धरतीवासियो…..
योगीराज श्रीकृष्ण हमारे,
ऋषिवर दयानन्द जी प्यारे,
सारे ऋषि मुनि शिव शंकर,
बता गये भोगों को कंकर,
भोग से सब हट जाओ, धरती वासियो।
योग को सब अपनाओ, धरती वासियो।। 7 ।।
ओ धरती वासियो……
भारत की प्राचीन पद्धति,
करती है सबकी ही उन्नति,
सारी दुनिया अपनायेगी,
भारत माता मुस्कायेगी।
“रोहित” के संग गाओ, धरती वासियो।। 8 ।।
योग को सब अपनाओ, धरती वासियो।
ओ धरती वासियो……
—रोहित