ये वो नहीं है …..!
ये वो नहीं है …..!
जो तुम समझ रहे हो ,
दिल तो अब खफा नहीं है ,
वफा अब तुमसे ही है ।
ये वो नहीं है …..!
जो पल भर में जुदा हो ,
दिल में जो बसा है ,
लबों से ना बयांँ हो ।
ये वो नहीं है …..!
जो नैनों में नींद भर दे,
दिल से जब जुदा हो,
नैनों से आंँसू कह दे।
ये वो नहीं है …..!
जो तन्हाई में गम दे,
दिल में वह धड़क रहा है,
प्यार के हर पल हैं ।
रचनाकार –
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।