ये रहस्य, रहस्य ही रहेगा, खुलेगा भी नहीं, जिस दिन (यदि) खुल
ये रहस्य, रहस्य ही रहेगा, खुलेगा भी नहीं, जिस दिन (यदि) खुल जाएगा उस दिन सृष्टि समाप्त हो जाएगी।लिख लीजिए दो चीजें कभी भी तृप्त नहीं होने देंगी।
1 जो नहीं मिला उसी की कसक लिए इंसान आता है और चला जाता है।
2 प्यार कभी भी पूर्ण रूप से न तो प्राप्त होता है और न तो मिल पाता है।
दोनो आधे अधूरे मिलेंगे, कसक रह जायेगी ।
अतृप्त
🤣🤼♂️एक अबोध बालक अरूण अतृप्त 🤼♂️😂