ये रब की बनाई हुई नेमतें
ये रब की बनाई हुई नेमतें
उठाई ना तूने कभी ज़हमतें,,,
परिंदों का भी आशियाँ ले लिया
कहाँ खत्म है ये तेरी हसरतें,,,,,,
ये रब की बनाई हुई नेमतें
उठाई ना तूने कभी ज़हमतें,,,
परिंदों का भी आशियाँ ले लिया
कहाँ खत्म है ये तेरी हसरतें,,,,,,