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9 Jun 2024 · 1 min read

ये रब की बनाई हुई नेमतें

ये रब की बनाई हुई नेमतें
उठाई ना तूने कभी ज़हमतें,,,
परिंदों का भी आशियाँ ले लिया
कहाँ खत्म है ये तेरी हसरतें,,,,,,

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