Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Nov 2024 · 1 min read

ये जीवन अनमोल है बंदे,

ये जीवन अनमोल है बंदे,
जीवन में हर पल को जी लें!
एक दूसरे के दुःख को समझें,
बाॅंटकर सुख-दुःख सुखमय हो लें!

…. अजित कर्ण ✍️

1 Like · 16 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
दोहा पंचक. . . . .
दोहा पंचक. . . . .
sushil sarna
**मातृभूमि**
**मातृभूमि**
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
🙅झाड़ू वाली भाभी🙅
🙅झाड़ू वाली भाभी🙅
*प्रणय*
*अंतःकरण- ईश्वर की वाणी : एक चिंतन*
*अंतःकरण- ईश्वर की वाणी : एक चिंतन*
नवल किशोर सिंह
कभी चाँद को देखा तो कभी आपको देखा
कभी चाँद को देखा तो कभी आपको देखा
VINOD CHAUHAN
ग़ज़ल _ मंज़िलों की हर ख़बर हो ये ज़रूरी तो नहीं ।
ग़ज़ल _ मंज़िलों की हर ख़बर हो ये ज़रूरी तो नहीं ।
Neelofar Khan
जीवन में
जीवन में
ओंकार मिश्र
"मानो या ना मानो"
Dr. Kishan tandon kranti
घमंड
घमंड
Ranjeet kumar patre
पहला खत
पहला खत
Mamta Rani
होली पर
होली पर
Dr.Pratibha Prakash
कविता
कविता
Sushila joshi
हालातों का असर
हालातों का असर
Shyam Sundar Subramanian
बाजार
बाजार
PRADYUMNA AROTHIYA
4162.💐 *पूर्णिका* 💐
4162.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मैं अक्सर उसके सामने बैठ कर उसे अपने एहसास बताता था लेकिन ना
मैं अक्सर उसके सामने बैठ कर उसे अपने एहसास बताता था लेकिन ना
पूर्वार्थ
सही लोगों को
सही लोगों को
Ragini Kumari
जिंदगी जिंदादिली का नाम है
जिंदगी जिंदादिली का नाम है
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
Sad shayri
Sad shayri
Surya Barman
जिस चीज को किसी भी मूल्य पर बदला नहीं जा सकता है,तो उसको सहन
जिस चीज को किसी भी मूल्य पर बदला नहीं जा सकता है,तो उसको सहन
Paras Nath Jha
मैं मोहब्बत हूं
मैं मोहब्बत हूं
Ritu Asooja
छठ पूजा
छठ पूजा
©️ दामिनी नारायण सिंह
जी भी लिया करो
जी भी लिया करो
Dr fauzia Naseem shad
ख्वाहिशे  तो ताउम्र रहेगी
ख्वाहिशे तो ताउम्र रहेगी
Harminder Kaur
***रिमझिम-रिमझिम (प्रेम-गीत)***
***रिमझिम-रिमझिम (प्रेम-गीत)***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भय आपको सत्य से दूर करता है, चाहे वो स्वयं से ही भय क्यों न
भय आपको सत्य से दूर करता है, चाहे वो स्वयं से ही भय क्यों न
Ravikesh Jha
অরাজক সহিংসতা
অরাজক সহিংসতা
Otteri Selvakumar
*आए सदियों बाद हैं, रामलला निज धाम (कुंडलिया)*
*आए सदियों बाद हैं, रामलला निज धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...