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6 Aug 2024 · 1 min read

ये ज़िंदगी तुम्हारी है…

ये ज़िंदगी तुम्हारी है…
तुम जैसे जीना चाहो वैसे जियो,
पर जीने के क्रम में दिल ना दुखाना किसी का,
खुशियों के संग भले जितना ग़म पीना पड़े पियो।
…. अजित कर्ण ✍️

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