Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2020 · 1 min read

ये कैसा सितम है मुझ पर….

ये कैसा सितम है मुझ पर ,
एक पल मोहब्बत के लिए मुझे सालो आजमाया गया.
पहले मेरी फांसी मुकम्मल की गयी,
फिर बाद में मुझे अदालत ले जाया गया….

Language: Hindi
2 Likes · 404 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
33 लयात्मक हाइकु
33 लयात्मक हाइकु
कवि रमेशराज
भूल जाती हूँ खुद को! जब तुम...
भूल जाती हूँ खुद को! जब तुम...
शिवम "सहज"
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Unrequited
Unrequited
Vedha Singh
प्रेम को जिसने
प्रेम को जिसने
Dr fauzia Naseem shad
आवारा बादल
आवारा बादल
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
मोबाइल फोन
मोबाइल फोन
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
पिता
पिता
Swami Ganganiya
अहम जब बढ़ने लगता🙏🙏
अहम जब बढ़ने लगता🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तू रुकना नहीं,तू थकना नहीं,तू हारना नहीं,तू मारना नहीं
तू रुकना नहीं,तू थकना नहीं,तू हारना नहीं,तू मारना नहीं
पूर्वार्थ
उम्मीद और हौंसला, हमेशा बनाये रखना
उम्मीद और हौंसला, हमेशा बनाये रखना
gurudeenverma198
*कालरात्रि महाकाली
*कालरात्रि महाकाली"*
Shashi kala vyas
जीवन का हर पल बेहतर होता है।
जीवन का हर पल बेहतर होता है।
Yogendra Chaturwedi
4645.*पूर्णिका*
4645.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं देता उनको साधुवाद जो निज कर्तव्य निभाते
मैं देता उनको साधुवाद जो निज कर्तव्य निभाते
महेश चन्द्र त्रिपाठी
साथ था
साथ था
SHAMA PARVEEN
तस्वीर
तस्वीर
Dr. Mahesh Kumawat
पाने की चाहत नहीं हो
पाने की चाहत नहीं हो
Sonam Puneet Dubey
गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता।
गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता।
Taj Mohammad
*फहराओ घर-घर भारत में, आज तिरंगा प्यारा (गीत)*
*फहराओ घर-घर भारत में, आज तिरंगा प्यारा (गीत)*
Ravi Prakash
हमेशा कोई जगह खाली नहीं रहती,
हमेशा कोई जगह खाली नहीं रहती,
Manju sagar
एक बार जब कोई पूर्व पीढ़ी किसी देश की राजनीति,सिनेमा या किसी
एक बार जब कोई पूर्व पीढ़ी किसी देश की राजनीति,सिनेमा या किसी
Rj Anand Prajapati
" नीयत "
Dr. Kishan tandon kranti
बहारें तो आज भी आती हैं
बहारें तो आज भी आती हैं
Ritu Asooja
एक मेरे सिवा तुम सबका ज़िक्र करती हो,मुझे
एक मेरे सिवा तुम सबका ज़िक्र करती हो,मुझे
Keshav kishor Kumar
दो शे'र ( चाँद )
दो शे'र ( चाँद )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
जीवन सुंदर खेल है, प्रेम लिए तू खेल।
जीवन सुंदर खेल है, प्रेम लिए तू खेल।
आर.एस. 'प्रीतम'
मैं एक फरियाद लिए बैठा हूँ
मैं एक फरियाद लिए बैठा हूँ
Bhupendra Rawat
मैं तो महज इतिहास हूँ
मैं तो महज इतिहास हूँ
VINOD CHAUHAN
खिलते फूल
खिलते फूल
Punam Pande
Loading...