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6 Aug 2024 · 1 min read

यूं ही कोई शायरी में

यूं ही कोई शायरी में
वाह वाह नहीं कर देता
किसी को अपनी कहानी तो
किसी को अपनी जिंदगी के
पुराने ख्वाब नजर आ जाते हैं
शिव प्रताप लोधी

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