यूँ ही भली है जिंदगी
उम्र के साथ साथ
कब चली है ज़िन्दगी।
जब जब किया भरोसा
तब छली है ज़िन्दगी।
पड़ाव,दुराव,छिपाव,अभाव
ज़िन्दगी तेरे कितने भाव,
मत उकेर तूलिका से कुछ रंग,
रहने दे पटल बदरंग,
यूँ ही भली है ज़िन्दगी।
-नवल किशोर सिंह
#नवलवाणी
उम्र के साथ साथ
कब चली है ज़िन्दगी।
जब जब किया भरोसा
तब छली है ज़िन्दगी।
पड़ाव,दुराव,छिपाव,अभाव
ज़िन्दगी तेरे कितने भाव,
मत उकेर तूलिका से कुछ रंग,
रहने दे पटल बदरंग,
यूँ ही भली है ज़िन्दगी।
-नवल किशोर सिंह
#नवलवाणी